पीएमजीएसवाई दफ्तर पर ग्रामीणों का प्रदर्शन

सड़क निर्माण कार्य से प्रभावित काश्तकारों का मुआवजा नहीं देने के कारण विगत आठ दिन से बाधित किए गए कोट बागी मोटर मार्ग को लेकर ग्रामीणों ने सोमवार को पीएमजीएसवाई कार्यालय के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। आक्रोशित ग्रामीणों ने विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए नारेबाजी। हालांकि प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद बाधित मोटर मार्ग को खुलवा दिया गया।


दो वर्ष पूर्व पीएमजीएसवाई द्वारा चिन्यालीसौड़ से कोट बागी तक 10 किमी लंबी सड़क का निर्माण कराया गया था, लेकिन सड़क के शुरूआती हिस्से चिन्याली गांव में अधिग्रहित भूमि का ग्रामीणों को आज तक प्रतिकर नहीं दिया गया है, जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क के एलाइनमेंट में पड़ रहे भवनों को अभी तक नहीं हटाया है। हालांकि समस्या से निपटने के लिए विभाग ने ग्रामीण नत्थी सिंह भंडारी की जमीन किराये पर लेकर वहां से वैकल्पिक मार्ग तैयार किया, लेकिन कई महीनों से किराये का भुगतान नहीं होने पर ग्रामीण ने बीते 3 फरवरी को वैकल्पिक मार्ग भी बंद कर दिया था, जिससे कोट और बागी गांव के ग्रामीणों को सड़क होने के बावजूद 10 किमी की दूरी पैदल नापनी पड़ रही थी।
सोमवार को कोट एवं बागी गांव के ग्रामीणों ने पीएमजीएसवाई कार्यालय के बाहर ढोल नगाड़ों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने विभागीय अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जल्द सड़क खुलवाने की मांग की। तहसीलदार विरेंद्र सिंह रावत ने वैकल्पिक मार्ग बाधित करने वाले ग्रामीण से वार्ता की। साथ ही उसे शीघ्र किराया भुगतान का आश्वासन देकर सड़क खोलने के लिए राजी किया। इसके साथ ही उन्होंने संबंधित विभाग को अन्य प्रभावित काश्तकारों को जल्द प्रतिकर देने के निर्देश भी दिए।